अपने भोले बाबा से जाकर मिलेंगे
अपने भोले बाबा से जाकर मिलेंगे,
जहां जाएंगे हम वहीं ढूंढ लेंगे,
अपने भोले बाबा से जाकर मिलेंगे।।
भोले के माथे पर चंदा विराजे,
हम तो उस चंदा की किरणें बनेंगे,
जहां जाएंगे हम वही ढूंढ लेंगे,
अपने भोले बाबा से जाकर मिलेंगे।।
भोले की जटाओं में गंगा विराजे,
हम तो उस गंगा की धारा बनेंगे,
जहां जाएंगे हम वही ढूंढ लेंगे,
अपने भोले बाबा से जाकर मिलेंगे।।
भोले के गले में सर्पों की माला,
हम तो उस माला के मोती बनेंगे,
जहां जाएंगे हम वही ढूंढ लेंगे,
अपने भोले बाबा से जाकर मिलेंगे।।
भोले के संग में नंदी विराजे,
हम तो उस नंदी की सेवा करेंगे,
जहां जाएंगे हम वही ढूंढ लेंगे,
अपने भोले बाबा से जाकर मिलेंगे।।
भोले के संग में गौरा विराजे,
हम तो गौरा मैया के दर्शन करेंगे,
जहां जाएंगे हम वही ढूंढ लेंगे,
अपने भोले बाबा से जाकर मिलेंगे।।
भोला की गोदी में गणपति विराजे,
हम तो उस गणपति की पूजा करेंगे,
जहां जाएंगे हम वही ढूंढ लेंगे,
अपने भोले बाबा से जाकर मिलेंगे।।
॥ सार ॥
अपने भोले बाबा से जाकर मिलेंगे में भक्त ने भोलेनाथ और गौरा की भक्ति के माध्यम से सेवा, दर्शन और प्रेम की भावना को दर्शाया है। 🕉️🙏