Bhar Do Jholi Meri Sai Baba
॥ भजन लिरिक्स ॥
भर दो झोली मेरी साई बाबा,
लौट कर मैं ना जाऊंगा खाली,
उसकी किस्मत का चमका सितारा,
जिसपे नज़रे करम तुमने डाली,
भर दो झोली मेरी साई बाबा,
लौट कर मैं ना जाऊंगा खाली ॥
तेरे दर पर जो आये वो तर जायेगा,
जो भी मांगेगा तुझसे वो सब पायेगा,
भर दो झोली साई जी भर दो झोली हम सब की,
भर दो झोली मेरी साई बाबा,
लौट कर मैं ना जाऊंगा खाली ॥
तू ज़माने के मुख़्तार हो साईं जी,
बेकसों के मददगार हो साईं जी,
सबकी सुनते हो अपने हो या गैर हो,
तुम गरीबों के दातार हो साईं जी,
भर दो झोली साई जी भर दो झोली हम सब की,
भर दो झोली मेरी साई बाबा,
लौट कर मैं ना जाऊंगा खाली ॥
आपके दर से खाली अगर जाऊंगा,
ताने देगा ज़माना जिधर जाऊंगा,
भर दो झोली साई जी भर दो झोली हम सब की,
भर दो झोली मेरी साई बाबा,
लौट कर मैं ना जाऊंगा खाली ॥
॥ सार ॥
यह भजन साईं बाबा की दया, करुणा और कृपा की विनती है। भक्त पूरी श्रद्धा से साईं बाबा से अपनी झोली खुशियों, आशा, और आशीर्वाद से भरने की प्रार्थना करता है। यह भक्ति और समर्पण का अत्यंत सुंदर भाव प्रस्तुत करता है।