मंदिर में सोए हनुमान जी कोई जाके जगा दो
मंदिर में सोए हनुमान जी
कोई जाके जगा दो।
जाके जगा दो, जाके जगा दो,
मंदिर में सोए हनुमान जी
कोई जाके जगा दो।।
ब्रह्मा जगाए, विष्णु जगाए,
लक्ष्मी जगाए बारम्बार जी
कोई जाके जगा दो।
हाँ मंदिर में सोए हनुमान जी
कोई जाके जगा दो।।
भोले जगाए, गणपत जगाए,
गौरा माँ जगाए बारम्बार जी
कोई जाके जगा दो।
हाँ मंदिर में सोए हनुमान जी
कोई जाके जगा दो।।
राम जी जगाए, लक्ष्मण जगाए,
सीता माँ जगाए बारम्बार जी
कोई जाके जगा दो।
हाँ मंदिर में सोए हनुमान जी
कोई जाके जगा दो।।
गंगा जगाए, यमुना जगाए,
सरयू जगाए बारम्बार जी
कोई जाके जगा दो।
हाँ मंदिर में सोए हनुमान जी
कोई जाके जगा दो।।
चंदा जगाए, सूरज जगाए,
तारे जगाए बारम्बार जी
कोई जाके जगा दो।
हाँ मंदिर में सोए हनुमान जी
कोई जाके जगा दो।।
मंदिर में सोए हनुमान जी
कोई जाके जगा दो।
जाके जगा दो, जाके जगा दो,
मंदिर में सोए हनुमान जी
कोई जाके जगा दो।।
॥ सार ॥
मंदिर में सोए हनुमान जी कोई जाके जगा दो एक अत्यंत सरल और भक्तिपूर्ण भजन है जिसमें भक्त हनुमान जी को जगाकर अपनी समस्याएँ दूर करने की प्रार्थना करता है। यह भजन आस्था, विश्वास और भक्ति की भावना को उजागर करता है।