Lori Sunaye Gauri Maiya
॥ भजन लिरिक्स ॥
लोरी सुनाए गौरा मैया,
झूला झूले गजानंद,
रिमझिम रिमझिम बरसे बदरिया,
रिमझिम रिमझिम बरसे बदरिया,
झूला झूले गजानंद,
लोरी सुनाए गोरा मैया,
झूला झूले गजानंद ॥
शिव शंकर का डमरू बाजे,
नारद नाचे नंदी नाचे,
ठंडी ठंडी चले पुरवैया,
ठंडी ठंडी चले पुरवैया,
झूला झूले गजानंद,
लोरी सुनाए गोरा मैया,
झूला झूले गजानंद ॥
मंगल गीत यहाँ देवियां गाए,
सुर नर मुनि सब पर्व मनाए,
खुश है निरंजन सारी दुनिया,
खुश है निरंजन सारी दुनिया,
झूला झूले गजानंद,
लोरी सुनाए गोरा मैया,
झूला झूले गजानंद ॥
लोरी सुनाए गौरा मैया,
झूला झूले गजानंद,
रिमझिम रिमझिम बरसे बदरिया,
रिमझिम रिमझिम बरसे बदरिया,
झूला झूले गजानंद,
लोरी सुनाए गोरा मैया,
झूला झूले गजानंद ॥
कोई पीताम्बर पहनाए,
आँखों में कोई कजरा लगाए,
लागे ना देवा तुमको नजरिया,
लागे ना देवा तुमको नजरिया,
झूला झूले गजानंद,
लोरी सुनाए गोरा मैया,
झूला झूले गजानंद ॥
॥ सार ॥
यह भजन माता गौरा द्वारा गणेश जी को प्यार से झूला झुलाने और लोरी सुनाने का दिव्य चित्र प्रस्तुत करता है। भजन में सुख, शांति और मातृ प्रेम की गहन अनुभूति होती है।