शिव जी तेरे मंदिर में आ के मेरा मन पावन हो जाता है
॥ भजन ॥
शिव जी तेरे मंदिर में आ के
मेरा मन पावन हो जाता है।
तेरी भोली सुरत देख के
शिव मेरा मन प्रसन्न हो जाता है॥
यह जग सारा बेगाना है,
बस तुझे ही अपना माना है।
मैं तेरी हूँ तू मेरा है
ये अपने पन का नाता है।
शिव जी तेरे मंदिर में आ के ...
पग पग पर घना अन्धेरा है,
मुझे मोह लोभ ने घेरा है।
ऐसे मे तेरा नाम मुझे
एक नयी राह दिखलाता है।
शिव जी तेरे मंदिर में आ के ...
तू अजर अमर अविनाशी है,
तू स्वामी घट घट वासी है।
मुझे तेरे सिवा इस दुनिया मे
कुछ और नज़र न आता है।
शिव जी तेरे मंदिर में आ के ...
तेरी धुनि मे तेरी मस्ती मे,
मै मगन हू तेरी भक्ति में।
मैं खुद को धन्य समझती हूँ,
जब अपने दर पे बुलाता है।
शिव जी तेरे मंदिर में आ के ...
॥ मंत्र ॥
🕉️ नमः शिवाय॥
॥ सार ॥
‘शिव जी तेरे मंदिर में आ के मेरा मन पावन हो जाता है’ भजन भगवान शिव की सरलता, कृपा और भक्ति की भावना का अद्भुत चित्रण है। इसे गाने से मन शुद्ध होता है और भक्त को आत्मिक शांति व प्रसन्नता मिलती है।