भोलेनाथ चले आओ भक्तो ने पुकारा है
भोलेनाथ चले आओ भक्तो ने पुकारा है।
चले आओ चले आओ एक तेरा सहारा है।।
मझधार पड़ी नैया डग्ग मग डोला जाए।
एक तेरा सहारा हो हम भव से तर जाए।।
किस्मत ही सवर जाए जैसे चमके सितारा हो।
भोलेनाथ चले आओ भक्तो ने पुकारा है।।
चले आओ चले आओ एक तेरा सहारा है।
भक्तो ने पुकारा है हमें तेरा सहारा है।।
आ जाओ भोलेनाथ यहाँ कौन गवारा है।
भोलेनाथ चले आओ भक्तो ने पुकारा है।।
भोले तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए।
भटके हुए राहियों को मंजिल ही मिल जाए।।
किस्मत ही सवर जाए जैसे चमके सितारा हो।
भोलेनाथ चले आओ भक्तो ने पुकारा है।।
भक्तो ने पुकारा है हमें तेरा सहारा है।
आ जाओ भोलेनाथ यहाँ कौन गवारा है।।
भोलेनाथ चले आओ भक्तो ने पुकारा है।
घनघोर अँधेरा है तूफानों का घेरा है।।
मेरी काली रातों का चमकता सवेरा है।
अब एके बता दे तू किस राह पे चलना है।।
भोलेनाथ चले आओ भक्तो ने पुकारा है।
भक्तो ने पुकारा है हमें तेरा सहारा है।।
आ जाओ भोलेनाथ यहाँ कौन गवारा है।
भोलेनाथ चले आओ भक्तो ने पुकारा है।।